हर कोई ये नहीं कर सकता है यदि आपके मन में भावना है तो समज लो दिन सार्थक है। दिन सार्थक है हर कोई ये नहीं कर सकता है यदि आपके मन में भावना है तो समज लो दिन सार्थक है। दिन...
ज़िन्दगी ने हमसे कोई ख़्वाहिश की तो होगी। मुकर जाना करके वादे निभाने के सियासतदानों से उसकी पहचान पुरा... ज़िन्दगी ने हमसे कोई ख़्वाहिश की तो होगी। मुकर जाना करके वादे निभाने के सियासतदानो...
चाहती हैं मुझे भी वो, पर कहती है कि प्यार नही.. चाहती हैं मुझे भी वो, पर कहती है कि प्यार नही..
आपके होकर खुद खोने लगे। धीरे -धीरे आप मेरे होने लगे। आपके होकर खुद खोने लगे। धीरे -धीरे आप मेरे होने लगे।
कुछ हैं निशाने पर कुछ नीसा हो गए कुछ अपने घाव लगा गए तो दोस्त भी दूर हो गए कुछ हैं निशाने पर कुछ नीसा हो गए कुछ अपने घाव लगा गए तो दोस्त भी दूर हो गए
कागज़ की कश्ती जैसी जिंदगी का भरोसा आखिर क्यों करना ! कागज़ की कश्ती जैसी जिंदगी का भरोसा आखिर क्यों करना !